डेंगू: लक्षण, बचाव और इलाज – एक पूरी गाइड
मानसून की बारिश जहाँ गर्मी से राहत और प्रकृति की हरियाली लेकर आती है, वहीं यह मच्छरों से होने वाली कई बीमारियों का भी मौसम लेकर आती है। इन्हीं में से एक गंभीर और कभी-कभी जानलेवा बीमारी है – डेंगू।
डेंगू भारत समेत कई tropical और subtropical देशों में एक बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। सही जानकारी और सावधानी से हम इसके खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं। आइए, डेंगू के बारे में विस्तार से जानते हैं।
डेंगू है क्या?
डेंगू एक वायरल बीमारी है जो संक्रमित मादा एडीज इजिप्टी (Aedes Aegypti) मच्छर के काटने से फैलती है। यह मच्छर आमतौर पर दिन के समय, खासकर सुबह के समय काटता है। यह वही मच्छर है जो चिकनगुनिया और जीका वायरस भी फैलाता है।
एक खास बात यह है कि यह मच्छर साफ और रुके हुए पानी में अंडे देता है, जैसे कि गमलों, कूलर, टायरों, टूटे हुए बर्तनों आदि में जमा पानी।
डेंगू के मुख्य लक्षण (Symptoms of Dengue)
मच्छर के काटे जाने के लगभग 4-10 दिन बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इन्हें पहचानना बहुत जरूरी है:
1 तेज बुखार: अचानक 104-105 डिग्री फ़ारेनहाइट तक का तेज बुखार आना।
2 सिरदर्द: आँखों के पीछे तेज दर्द होना।
3 मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द: इसे “हड्डी तोड़ बुखार” (Breakbone Fever) भी कहा जाता है क्योंकि इस दौरान शरीर और जोड़ों में बहुत तेज दर्द होता है।
4 जी मिचलाना और उल्टी: मतली आना और उल्टी होना।
5 त्वचा पर रैशेज: बुखार आने के 2-5 दिन बाद त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते (rashes) हो सकते हैं।
6 थकान और कमजोरी: शरीर में भारी थकान और कमजोरी महसूस होना।
गंभीर डेंगू (Dengue Hemorrhagic Fever): कुछ मामलों में, बीमारी गंभीर रूप ले सकती है। इसमें निम्न लक्षण दिख सकते हैं:
* पेट में तेज दर्द
* मसूड़ों या नाक से खून आना
* उल्टी या मल के साथ खून आना
* त्वचा के नीचे खून के धब्बे
* सांस लेने में तकलीफ
AAAनोट:AAA अगर ऊपर बताए गए कोई भी गंभीर लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ। देरी जानलेवा हो सकती है।
डेंगू से बचाव के उपाय (Prevention is Better Than Cure)
डेंगू का कोई विशिष्ट इलाज या वैक्सीन अभी तक उपलब्ध नहीं है, इसलिए बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है।
1. मच्छरों को पनपने न दें (Stop Breeding):
* घर के आस-पास कहीं भी साफ पानी जमा न होने दें।
* गमलों, कूलर, पुराने टायर, नारियल के खोल, टूटे बर्तन आदि में जमा पानी को हफ्ते में एक बार जरूर साफ करें।
* पानी की टंकियों और कंटेनरों को अच्छी तरह ढककर रखें।
2. खुद को मच्छरों के काटने से बचाएँ (Protect Yourself):
* पूरी बाजू के कपड़े पहनें। हल्के रंग के कपड़े पहनना बेहतर है क्योंकि गहरे रंग मच्छरों को आकर्षित करते हैं।
* मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
* मच्छर भगाने वाली क्रीम (Mosquito Repellent) लगाएँ।
* दरवाजों और खिड़कियों पर मच्छरदानी लगवाएँ ताकि मच्छर घर के अंदर न आ सकें।
aa अगर डेंगू हो जाए तो क्या करें? (What to Do If Infected?)
तुरंत डॉक्टर से सलाह लें: खुद से कोई भी दवा न लें। बिल्कुल भी एस्पिरिन या इबुप्रोफेन जैसी दवाएं न लें क्योंकि ये खून पतला करती हैं और डेंगू में नुकसानदायक हो सकती हैं। डॉक्टर की सलाह से ही पैरासिटामॉल लें।
भरपूर आराम करें: शरीर को आराम देना बहुत जरूरी है।
तरल पदार्थ ज्यादा लें: डेंगू में शरीर में पानी की कमी हो जाती है। ओआरएस का घोल, नारियल पानी, छाछ, सूप और ताजे फलों का जूस पिएँ।
भरपूर पोषण लें: हल्का और पौष्टिक भोजन करें।
निष्कर्ष
डेंगू एक खतरनाक बीमारी है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सतर्कता और सावधानी से हम इससे बच सकते हैं। अपने आस-पास सफाई रखें, मच्छरों को पनपने न दें और अगर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।
**याद रखें: “सावधानी ही सुरक्षा है।”**
इस जानकारी को अपने परिवार और दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि सभी डेंगू के प्रति जागरूक हो सकें।
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